Saturday, 18 May 2019

देश मेरे.. देश मेरे... मेरी जान है तू !






"देश मेरे.. देश मेरे ..मेरी जान है तू,देश मेरे... देश मेरे.. मेरी शान है तू।"
आज का दिन, मेरा जन्म दिन। आज बुद्ध पूर्णीमा भी है। पिछले साल सोचा था और जो किया था उसी पथ पर आज चलना था।
मैं, एक आम आदमी सेना के लिए क्या करता? हर बार सेना के सम्मान में सोशियल मिडिया में पोस्ट लिखता, विडीयो और फोटो शेरा करतां या तो अपने आसपास वालो के साथ चर्चा करता । उसके आगे क्या?

पर उसके आगे जो कर सकता था उसका उत्तर मिला पिछले जन्मदिन पर। वो पिछले साल भी किया और इस साल भी किया...भगवान की मेहरबानी रही तो आनेवाले सालो में भी करता रहूंगा।

ये जो मैं लिख रहा हूं वो अपनी प्रशंसा करने के लिए नहीं पर इस लिए की कुछ लोग इस मुहीम के साथ जुड जाए तो मेरा ये लिखना सार्थक होगा। 

मैंने पिछ्ले साल भी भारत के वीर वेबसाईट पर जाके शहिदो के लिए कुछ अर्पण किया।
https://bharatkeveer.gov.in/
आप सभी सहयोग देंगे तो अपने शहिद वीर जवानो की आत्मा परम पिता से कहेगी 

"देश मेरे.. देश मेरे.. मेरी जान है तू,देश मेरे.. देश मेरे.. मेरी शान है तू।"

जय हिंद..जय हिंद कि सेना।

~ गोपाल खेताणी

परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद

अब्दुल हमीद   का जन्म  1 जुलाई , 1933 को   यूपी के गाजीपुर जिले के धरमपुर गांव में   हुआ था।   उनके पिता मोहम्मद उस्मान सिलाई का काम करते थे...